भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) को लागू करने के लिए केंद्र के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं. शनिवार को हस्ताक्षरित यह समझौता शहर में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के चुनावी घोषणापत्र का हिस्सा था.

इस कदम से, दिल्ली में पात्र परिवारों को अब केंद्र द्वारा प्रदान किए जाने वाले ₹10 लाख – ₹5 लाख तक का वार्षिक स्वास्थ्य बीमा कवरेज मिलेगा और दिल्ली सरकार द्वारा टॉप-अप के रूप में ₹5 लाख का अतिरिक्त योगदान दिया जाएगा.

इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि मैं मानता हूं कि ये ऐतिहासिक दिन है. जिस कल्पना को मोदी जी ने नौ साल पहले सोचा था, वो आज राजधानी में लागू हो रही है. मैं एक लाख की स्कीम लेकर पीएम मोदी के पास गया तो उन्होंने कहा, नड्डा जी कुछ बड़ा सोचिए. फिर इतनी बड़ी योजना आई. ये इंश्योरेंस स्कीम नहीं है एश्योरेंस स्कीम है.

दिल्ली के इतने लाख परिवार को मिलेगा लाभ

उन्होंने कहा कि लगभग 10 करोड़ 47 लाख परिवार थे. ये भारत की 40 प्रतिशत आबादी बनती है. सभी गरीब लोगों को इसमें जोड़ा गया है. ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री ने पांच लाख का हेल्थ कवर दिया. स्वास्थ्य पर आम आदमी की जेब से होने वाले खर्च में बहुत कमी आई है. 62 प्रतिशत पैसा जो पहले हेल्थ पर खर्च होता था, वह पर 35 प्रतिशत पर आ गया है.

उन्होंने कहा कि आज साइन हुए MOU में साढ़े छह लाख परिवारों को इसका लाभ मिलेगा. 70 साल से ऊपर के छह लाख लोग होंगे. मतलब दिल्ली में 36 लाख लोगों को इसका लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि पहले एक रट लगाई जाती थी, केंद्र सरकार हमारी मदद नहीं कर रही है। दिल्ली के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है. आज दिल्ली के लोगों ने तुमको घर बैठा दिया, तभी दिल्ली के लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ मिल पाया.

केजरीवाल ने लोगों को वंचित कर रखा था

उन्होंने कहा कि केजरीवाल के अहम ने लोगों को इससे वंचित रखा, हम कह रहे थे ले लो लेलो, तब तेरी नाक आती थी बीच में. इस अहम ने दिल्ली की जनता का कितना नुकसान किया. सौरभ भारद्वाज ने कोर्ट में केस किया था कि यह स्कीम दिल्ली में लागू न हो. आज दिल्ली की जनता ने उसे भी बाहर कर दिया. इस उंगली में बड़ी ताकत है. सही जगह दबता है तो आयुष्मान योजना निकलती है और गलत जगह दबती है तो दारू निकलती है.

उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक के खोखे खड़े कर दिए. भारत सरकार पांच लाख दे रही है और मैनिफेस्टो जब हम जारी करने आए थे तो हमने कहा था कि पांच लाख रुपए दिल्ली सरकार और देगी. उसे आज 43 दिन में लागू कर दिया. बोलो ये बदलता भारत है कि नहीं.

आयुष्मान योजना लागू करने वाला दिल्ली बना 35वां राज्य

दिल्ली आयुष्मान भारत योजना को अपनाने वाला 35वां राज्य या केंद्र शासित प्रदेश बन गया है. दिल्ली सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के बीच समझौते को औपचारिक रूप दिया गया, जो इस योजना के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार केंद्रीय निकाय है. हस्ताक्षर समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मौजूद थीं. इस योजना को शुरू करने का निर्णय नवनिर्वाचित भाजपा सरकार की पहली कैबिनेट बैठक के दौरान लिया गया था, जो 20 फरवरी को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण के तुरंत बाद आयोजित की गई थ. पार्टी 26 साल से अधिक समय के बाद राजधानी में सत्ता में लौटी है.

आयुष्मान भारत योजना 1,961 प्रक्रियाओं और 27 विशेषताओं में पूरी तरह से मुफ्त और कैशलेस चिकित्सा उपचार प्रदान करती है. इसमें पात्र परिवारों को बिना किसी प्रत्यक्ष लागत के अस्पताल में रहने, दवाओं, नैदानिक ​​​​परीक्षणों, सर्जरी, आईसीयू देखभाल और अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कवरेज शामिल है.